LYRIC
रिमझिम रिमझिम रिमझिम रिमझिम
रिमझिम रिमझिम रिमझिम रिमझिम
कैसे मैं सँभालु चूनर धलके
कोरा कोरा मोरा जोबन चालके
जादूगिरी है या तू परी है
या है कोई नासा
महकी गजल है खिलता
कमल या के हसि घटा
कैसा है अनाड़ी दीवाना रसिया
कहे धड़काये दिवानि का जिया
हाय पतली कमर है उफ़
क्या नज़र है तुझसे कोई कहा
जुल्फ़े उदके तू जो चले
तो झुमे ये अस्मा
सबनम जैसे होठ है
तेरे फूल खिले है गलो में
आया है इकरार का ये
मौसम कितने सालो में
मेरा प्रीतम मेरा आशिक़
उलझा मेरे बालो में
तू है मेरे सामने
मैं खोयी यार ख्यालो में
कैसे मै सँभालु चूनर धलके
कोरा कोरा मेरा जोबन चालके
जादूगिरी है या तू परी है
या है कोई नासा
महकी गजल है खिलता
कमल या के हसि घटा
कैसा है अनाड़ी दीवाना रसिया
कहे धड़काये दिवानि का जिया
हाय पतली कमर है उफ़
क्या नज़र है तुझसे कोई कहा
जुल्फ़े उदके तू जो चले
तो झुमे ये अस्मा
रिमझिम रिमझिम रिमझिम रिमझिम
रिमझिम रिमझिम रिमझिम रिमझिम
तेरी ये बाते सुन के
आँख मेरी झुक जाती है
न जाने क्यों प्यार में
ये दुरी भी तड़पती है
आ तुझको सीने से लागलु
क्यों ऐसे घबराती है
तू न जाने बेख़बर
एक बार जवानी आती है
कैसे मैं सँभालु चूनर धलके
कोरा कोरा मेरा जोबन चालके
जादूगिरी है या तू परी है
या है कोई नासा
महकी गजल है खिलता
कमल या के हसि घटा
कैसा है अनाड़ी दीवाना रसिया
कहे धड़काये दिवानि का जिया
हाय पतली कमर है उफ़
क्या नज़र है तुझसे कोई कहा
जुल्फ़े उदके तू जो चले
तो झुमे ये अस्मा
रिमझिम रिमझिम रिमझिम रिमझिम
रिमझिम रिमझिम रिमझिम रिमझिम.