LYRIC
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
जी सोल्वा जी सोल्वा जी सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
हा मई दलि हो जो छूने से कमलत इहै
ऐसी नजरों से तबियत घबराती है
छेड़खानी मुझे गैरो की कहा भाती है
छेड़खानी मुझे गैरो की कहा भाती है
लाजा ायी न तुझे छू तो हय आती है
लाजा ायी न तुझे छू तो हय आती है
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
जी सोल्वा जी सोल्वा जी सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
हाथा पाई न करो जाओ जी रास्ता छोडो
अपने जैसे के ही जनम से नाता जोड़ो
इसे कहते है और मोहब्बत क्या है
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
जी सोल्वा जी सोल्वा जी सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना
मुझको लगा है सल सोल्वा
हाय नहीं छेड़ना.