LYRIC
नसीब इंसान का चाहत से ही संवरता है
क्या बुरा इसमे किसी पर जो कोई मरता है
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
मरने वाला कोई
मरने वाला कोई ज़िंदगी चाहता हो जैसे
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
रूठ जाओ अगर तुम तो क्या हो
रूठ जाओ अगर तुम तो क्या हो
पल मे ऐसे लगे
पल मे ऐसे लगे जिस्म से जान जैसे जुदा हो
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
मरने वाला कोई
मरने वाला कोई ज़िंदगी चाहता हो जैसे
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
ज़िंदगी बिन तुम्हारे अधूरी
ज़िंदगी बिन तुम्हारे अधूरी
तुमको पा लू अगर
तुमको पा ला अगर हर कमी मेरी हो जाये पूरी
ज़िंदगी बिन तुम्हारे अधूरी
ले चलेंगे तुम्हे हम वहा पर
ले चलेंगे तुम्हे हम वहा पर
तन्हाई सनम
तन्हाई सनम शहनाई बन जाये जहा पर
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
हम तुम्हे चाहते है ऐसे
मरने वाला कोई
मरने वाला कोई ज़िंदगी चाहता हो जैसे
हम तुम्हे चाहते है ऐसे.